बुधवार, 26 जून 2013

उसी की जनवरी है/ उसी का अगस्त है

ताड़ का तिल है/ तिल का ताड़ है/
पब्लिक की पीठ पर बजट का पहाड़ है/ 
किसकी है जनवरी/ किसका अगस्त है/
कौन यहां सुखी है/ कौन यहां मस्त है/ 
सेठ ही सुखी है। सेठ ही मस्त है/ 
मंत्री ही सुखी है/ मंत्री ही मस्त है/ 
उसी की जनवरी है/ उसी का अगस्त है।

-बाबा नागार्जुन

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें